श्रीलंका के पूर्व खेल मंत्री महिंदनंदा अलुथगमगे ने 2011 वर्ल्ड कप को लेकर चौंकाने वाला खुलासा किया है। अलुथगमगे ने भारत और श्रीलंका के बीच खेले गए 2011 वर्ल्ड कप के फाइनल को फिक्स बताया है। भारत ने मुंबई में खेले गए मुकाबले में श्रीलंका को 6 विकेट से हराते हुए 28 साल बाद वर्ल्ड कप का खिताब जीता था।महिंदानंदा अलुथगमगे ने श्रीलंका के न्यूज आउटलेट News 1st से कहा,"2011 वर्ल्ड कप का फाइनल फिक्सड था और मैं अपनी बातों पर कायम हूं। यह जब हुआ था, तब मैं खेल मंत्री था। मैं पूरी जिम्मेदारी के साथ यह बात कह रहा हूं और मैं यहां तक कि डिबेट के लिए आगे आने के लिए तैयार हूं। हालांकि मैं देश की खातिर पूरी जानकारी का खुलासा नहीं करना चाहता हूं। भारत के खिलाफ 2011 वर्ल्ड कप मुकाबला, जो हम जीत सकते थे फिक्स था।"हालांकि पूर्व खेल मंत्री द्वारा किए गए बड़े खुलासे के बाद 2011 वर्ल्ड कप का फाइनल खेलने वाले महेला जयवर्धने इस बात से खुश नजर नहीं आए और उन्होंने निशाना साधते हुए ट्वीट किया। श्रीलंका के पूर्व कप्तान ने ट्वीट करते हुए लिखा, "क्या चुनाव आने वाले हैं? ऐसा लग रहा है कि यह सर्कस फिर शुरू हो गया है। कोई नाम या फिर सबूत?"Is the elections around the corner 🤔Looks like the circus has started 🤡 names and evidence? #SLpolitics #ICC https://t.co/bA4FxdqXhu— Mahela Jayawardena (@MahelaJay) June 18, 2020भारत ने श्रीलंका को हराकर जीता था वर्ल्ड कप 2011 वर्ल्ड कप फाइनल भारत और श्रीलंका के बीच मुंबई में 2 अप्रैल को खेला गया था। श्रीलंका ने महेला जयवर्धने की शतकीय पारी की बदौलत 275 रनों का लक्ष्य भारतीय टीम को दिया था। हालांकि लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने दोनों सलामी बल्लेबाज वीरेंदर सहवाग और सचिन तेंदुलकर के विकेट गंवा दिए थे। यह भी पढ़ें: भारतीय टीम को आज ही के दिन पाकिस्तान के खिलाफ मिली थी चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में करारी हार भारत ने पहले गौतम गंभीर (97) और फिर महेंद्र सिंह धोनी (91*) की अर्धशतकीय पारी की बदौलत इस लक्ष्य को हासिल कर लिया था। 49वें ओवर में महेंद्र सिंह धोनी ने कुलसेकरा की गेंद पर छक्का लगाते हुए भारत को 28 साल बाद वर्ल्ड कप का खिताब जिताया था। गौर करने वाली बात यह है कि श्रीलंका के पूर्व खेल मंत्री को अगर लगता है कि वर्ल्ड कप का मुकाबला फिक्स था, तो वो 9 साल से चुप क्यों हैं? इसके अलावा अगर उनके पास कोई सबूत है, तो उन्हें सामने आना चाहिए, नहीं तो इस तरह के आऱोप का कोई मतलब नहीं बनता। यह भी पढ़ें: मोहम्मद कैफ ने युवराज सिंह और उनके ज्यादा टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलने का कारण बताया